बुध के उपाय। बुध ग्रह के सरल उपाय। Remedies for budh grah

बुध को प्रसन्न करने के सरल उपाय

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 मां दुर्गा की भक्ति करें।

– बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं।

– बेटी, बहन, बुआ और साली से अच्छे संबंध रखें।

 – साबत हरे मूंग का दान करें।

– झूठ न बोलें।

 – नाक छिदवाएं।

कई बार किसी समय-विशेष में कोई ग्रह अशुभ फल देता है, ऐसे में उसकी शांति आवश्यक होती है। गृह शांति के लिए कुछ शास्त्रीय उपाय प्रस्तुत हैं। इनमें से किसी एक को भी करने से अशुभ फलों में कमी आती है और शुभ फलों में वृद्धि होती है। ग्रहों के मंत्र की जप संख्या, द्रव्य दान की सूची आदि सभी जानकारी एकसाथ दी जा रही है। मंत्र जप स्वयं करें या किसी कर्मनिष्ठ ब्राह्मण से कराएं। दान द्रव्य सूची में ‍दिए पदार्थों को दान करने के अतिरिक्त उसमें लिखे रत्न-उपरत्न के अभाव में जड़ी को विधिवत् स्वयं धारण करें, शांति होगी।

बुध के लिए : समय सूर्योदय से 2 घंटे तक। भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करनी चाहिए। विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।

बुध के मूल मंत्र का सवेरे 5 घटी के अंदर पाठ करें। 9,000 या 16,000 पाठ 40 दिन में करें। मंत्र : ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।’

दान-द्रव्य : पन्ना, सोना, कांसी, मूंग, खांड, घी, हरा कपड़ा, सभी फूल, हाथी दांत, कपूर, शस्‍त्र फल। बुधवार का व्रत करना चाहिए। विष्णु भगवान का पूजन करना चाहिए। 10 मुखी रुद्राक्ष धारण करें।

बुध ग्रह

बुध व्यापार व स्वास्थ्य का करक माना गया है | यह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी है | बुध वाक् कला का भी द्योतक है | विद्या और बुद्धि का सूचक है | कुंडली में बुध की अशुभता पर दाँत कमजोर हो जाते हैं। सूँघने की शक्ति कम हो जाती है। गुप्त रोग हो सकता है। व्यक्ति वाक् क्षमता भी जाती रहती है। नौकरी और व्यवसाय में धोखा और नुक्सान हो सकता है।

उपाय : भगवान गणेश व माँ दुर्गा की आराधना करे |

 गौ सेवा करे |

काले कुत्ते को इमरती देना लाभकारी होता है |

नाक छिदवाएँ।

ताबें के प्लेट में छेद करके बहते पानी में बहाएँ।

 अपने भोजन में से एक हिस्सा गाय को, एक हिस्सा कुत्तों को और एक हिस्सा कौवे को दें, या अपने हाथ से गाय को हरा चारा, हरा साग खिलाये।

 उड़दकी दाल का सेवन करे व दान करे |

बालिकाओं को भोजन कराएँ।

किन्नेरो को हरी साडी, सुहाग सामग्री दान देना भी बहुत चमत्कारी है |

 ॐ बुं बुद्धाय नमः का १०८ बार नित्य जाप करना

श्रेयस्कर होता है आथवा गणेशअथर्वशीर्ष का पाठ करे |

 पन्ना धारण करे या हरे वस्त्र धारण करे यदि संभव न हो तो हरा रुमाल साथ रखे |

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