Shani grah Hast rekha gyan – हस्तरेखा में शनि रेखा का प्रभाव-दुष्प्रभाव
आकाश में भ्रमण कर रहे शनि ग्रह की रेखा भी विशिष्ट है। यह बल्यधारी ग्रह अपने नीलाभवर्ण और चतुर्दिक मुद्रिका-कार आभायुक्त बलय के कारण बहुत ही शोभन प्रतीत होता है। …
आकाश में भ्रमण कर रहे शनि ग्रह की रेखा भी विशिष्ट है। यह बल्यधारी ग्रह अपने नीलाभवर्ण और चतुर्दिक मुद्रिका-कार आभायुक्त बलय के कारण बहुत ही शोभन प्रतीत होता है। …
शनि मंत्र – ‘ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनये नम:’। शनि का एकाक्षरी मंत्र – ‘ॐ शं शनैश्चराय नम:’ जप संख्या- 23000। महामृत्युंजय मंत्र – का सवा लाख जप (नित्य …
शनि पर्वत पर मछली का चिन्ह। Fish sign in hand palmistry . सबसे अच्छा चिन्ह हस्तरेखा मे । ऎसे लोग जिनके हाथ मे शनि पर्वत पर मछली का चिन्ह बने अब चाहे वो पुरुष …