भाग्य रेखा ✋
भाग्य रेखा हस्तरेखाओं में भाग्य रेखा {Fate Line in Palmistry in Hindi} को सबसे अहम माना जाता है। कहां होती है भाग्य रेखा ? {Where is Fate Line in Hand} भाग्य रेखा हृदय रेखा के मध्य से शुरु होकर मणिबन्ध तक जाती है। इस रेखा का उद्गम अधिकतर मध्यमा या शनि पर्वत से होता है। सीधे शब्दों में समझें तो जो रेखा मध्यमा यानि पंजे की बीच वाली लंबी उंगुली के नीचे से शुरु होकर ऊपर तक जाती है उसे ही भाग्य रेखा कहते हैं।
BHAGYA REKHA:- आपके हाथ की इन लकीरो में है करोड़पति बनने की रेखा | कैसे लगाएं पता ? आएये जानते है
आज के इस भागा दौड़ी वाले जीवन में करोड़पति हर व्यक्ति बनना चाहता है. हर व्यक्ति सोचता है कि उसके पास ढेर सारा धन हो, हर तरह की सुख सुविधा हो, परन्तु ये सब चीजें हर किसी के नसीब में नहीं होती हैं, इसकी वजह है उसकी भाग्य रेखा, ये सब उसी को मिलता जिसकी हथेली में होती है ये भाग्य रेखा.
भाग्य रेखा :- यह भाग्य रेखा हर किसी व्यक्ति के हाथ में नहीं पाई जाती है. यह सिर्फ भाग्यशाली हाथों में ही भाग्य रेखा पाई जाती है. हथेली पर यह रेखा चंद्र पर्वत से आरंभ होकर और वृहस्पति पर्वत पर समाप्त होती है. जिन व्यक्तियों के हाथों में ऐसी रेखा पाई जाती है वे अपने जीवन में करोड़पति बनने का सुख प्राप्त करते है, भाग्य रेखा हमेशा मस्तिष्क और हृदय रेखा से होकर गुजरती है.
इस तरह की भाग्य रेखा वाले लोगो को करनी पड़ती है, मेहनत :-
अगर देखा जाये आपके हाथ की भाग्य रेखा अन्य रेखाओं से प्रभावित है, तो अन्य रेखाएं यदि भाग्य रेखा {भाग्य रेखा} को काटती हैं यानि ऐसा व्यक्ति जीवन में असंतुष्ट रहता है। ऐसी रेखा वाले व्यक्तयो को कोई भी फैसले को लेने से पहले बहुत ज्यादा सोचते पड़ेगा | ऐसे व्यक्ति को जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जिस क्षेत्र में भी ऐसे लोग करियर बनाना चाहते हैं उसमें उनका करियर नहीं बनता। ऐसे लोग 25 से 32 साल की उम्र तक पैसों और नौकरी की वजह से परेशान होते हैं। इसलिये इनमें कई बार चिड़चिड़ापन भी देखने को मिलता है।
कई जातकों के हाथों में यह मणिबंध यानि कलाई की रेखाओं तक भी जाती है। सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिस जातक के हाथों में भाग्यरेखा जितनी अधिक गहरी और लंबी होती है उसका भाग्य उतना अधिक अच्छा होता है। लेकिन भाग्य रेखा का फीका या कटा होना अशुभ माना जाता है। * मान्यता है कि जिस बिन्दु पर भाग्य रेखा को कोई रेखा काटती है उस वर्ष मनुष्य को भाग्य या धन की हानि होती है। * अगर भाग्य रेखा जगह-जगह से टूटी (Broken Fate Line in Palmistry) हुई हो और शनि पर्वत से मणिबंध तक भी तो भी इसका खास महत्व नहीं होता। टूटी रेखाएं जीवन में भाग्य के समय-समय पर साथ छोड़ देने की निशानी बताएं गए हैं।