राहु के प्रभाव
राहु के बुरे प्रभाव के कारण व्यक्ति बुरे व्यसनों की ओर आकर्षित होता है। ये छाया ग्रह शक्तिवर्धन, शत्रुओं को मित्र बनाने में महत्वपूर्ण रूप से सहायक रहता है।
केतु का स्वभाव
ये ग्रह स्वभाव से काफी क्रूर माना जाता है। इसको बुद्धि, ज्ञान, वैराग्य, कल्पना, अंतर्दृष्टि, मर्मज्ञता, विक्षोभ और अन्य मानसिक गुणों का कारक माना जाता है। शुभ स्थिति में होने पर यह इन्हीं क्षेत्रों में अच्छा फल देता है तो वहीं अगर केतु नीच में है तो जातक को इस ग्रह से जुड़े क्षेत्रों में हानि का सामना करना पड़ता है।
राहु-केतु शांति के उपाय
राहु-केतु के बुरे प्रभाव और हानि से बचने के लिए यदि आप शुरूआत में ही उपाय कर लें तो इसके दुष्प्रभावों को कम किया जा सकता है।
राहु ग्रह शांति उपाय
कुंडली में इस ग्रह की शांति हेतु 18000 बार बीजमंत्र (ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः) का जाप करें। घर में राहु यंत्र की स्थापना से भी लाभ संभव है। कुंडली में राहु दोष हो तो व्यक्ति को शनिवार का व्रत करना चाहिए। ब्राह्मण अथवा गरीबों को दान दें।
हनुमान जी को करें प्रसन्न –
नीले कपडे में तिल बांधकर हनुमान जी मंदिर में चढ़ाने से लाभ होगा। बूंदी के लड्डू पर 4 लौंग लगाकर हनुमान जी को अर्पित करें एवं सरसों के तेल में नील मिलाकर हनुमान की के चित्र के आगे दीपक जलाएं।
केतु ग्रह शांति उपाय
यदि जन्मकुंडली या वर्ष में ये ग्रह अशुभ हो तो केतु के बीजमंत्र (ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं सः केतवे नमः) का 17000 बार जाप करें। घर में राहु यंत्र की स्थापना से भी लाभ संभव है। इस ग्रह से पीडित जातक को केतु की दशा के समय लोहे की वस्तु, कंबल इत्यादि दान में देना चाहिए।
राहु के उपाय –
अपनी शक्ति के अनुसार संध्या को काले-नीले फूल, गोमेद, नारियल, मूली, सरसों, नीलम, कोयले, खोटे सिक्के, नीला वस्त्र किसी कोढ़ी को दान में देना चाहिए। राहु की शांति के लिए लोहे के हथियार, नीला वस्त्र, कम्बल, लोहे की चादर, तिल, सरसों तेल, विद्युत उपकरण, नारियल एवं मूली दान करना चाहिए। सफाई कर्मियों को लाल अनाज देने से भी राहु की शांति होती है। राहु से पीड़ित व्यक्ति को इस ग्रह से सम्बन्धित रत्न का दान करना चाहिए। राहु से पीड़ित व्यक्ति को शनिवार का व्रत करना चाहिए इससे राहु ग्रह का दुष्प्रभाव कम होता है। मीठी रोटी कौए को दें और ब्राह्मणों अथवा गरीबों को चावल और मांसहार करायें. राहु की दशा होने पर कुष्ट से पीड़ित व्यक्ति की सहायता करनी चाहिए। गरीब व्यक्ति की कन्या की शादी करनी चाहिए। राहु की दशा से आप पीड़ित हैं तो अपने सिरहाने जौ रखकर सोयें और सुबह उनका दान कर दें इससे राहु की दशा शांत होगी।
- हाथी दाँत का लाकेट गले में धारण करना चाहिए।
- अपने पास सफेद चन्दन अवश्य रखना चाहिए।
- सफेद चन्दन की माला भी धारण की जा सकती है।
- जमादार को तम्बाकू का दान करना चाहिए।
- दिन के संधिकाल में अर्थात् सूर्योदय या सूर्यास्त के समय कोई महत्त्वपूर्ण कार्य नही करना चाहिए।
- यदि किसी अन्य व्यक्ति के पास रुपया अटक गया हो, तो प्रातःकाल पक्षियों को दाना चुगाना चाहिए।
- झुठी कसम नही खानी चाहिए।
राहु के दुष्प्रभाव निवारण के लिए किए जा रहे टोटकों हेतु शनिवार का दिन, राहु के नक्षत्र (आर्द्रा, स्वाती, शतभिषा) तथा शनि की होरा में अधिक शुभ होते हैं।
क्या न करें
मदिरा और तम्बाकू के सेवन से राहु की दशा में विपरीत परिणाम मिलता है अत: इनसे दूरी बनाये रखना चाहिए। आप राहु की दशा से परेशान हैं तो संयुक्त परिवार से अलग होकर अपना जीवन यापन करें।
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